Thursday, March 17, 2016

रिटायरमेन्ट प्लानिंग........ पर क्यूँ ????

आप कब रिटायर होंगे ?
यह प्रश्न मैंने जब अपने एक मित्र से पूछा तो उसका मुंह बन गया बोला की अभी 5 साल हुए हैं नौकरी करते हुए और तुम रिटायरमेन्ट की बात कर रहे हो अभी तो मै सिर्फ 32 साल का हूँ और आदमी 60 साल का होने पर रिटायर होता है तो अभी मुझे 28 साल और नौकरी करनी है. मैंने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए उस से पूछा क्या तुम अपने रिटायरमेन्ट के लिए प्लानिंग कर रहे हो ? तो वो थोडा झुंझुला का मुझसे बोला, भाई अभी 28 साल पड़े हैं उसे सोचने और प्लानिंग करने के लिए अभी से मै इसके बारे में क्यूँ सोचूं. मैंने बोला सही कह रहे हो मेरे भाई लेकिन अभी तुम्हे तुम्हारा एम्प्लायर क्या देता हैं तुम्हारे काम के बदले ? उसने जवाब दिया, सैलरी. अच्छा जब तुम रिटायर हो जाओगे तो फिर क्या देगा तुम्हे ? शायद मेरे इस प्रश्न के लिए मेरा दोस्त तैयार नहीं था...वो मेरी तरफ थोड़ी देर देखता रहा और कुछ सोचने लगा. मैंने उसके कंधे पर हाथ रखा और बोला बचपन में हमने एक कहानी पढ़ी थी एक चींटी और एक टिड्डे की याद है उसने कहा याद तो है लेकिन वो अब क्यूँ पूछ रहे हो ?? मैंने कहा मै भूल गया हूँ तुम मुझे आज वो कहानी फिर से सुनाओगे. अच्छा ठीक है कह कर वो कहानी सुनाने लगा..



एक समय की बात है एक चींटी थी और एक टिड्डा था . गर्मियों के दिन थे, चींटी दिन भर मेहनत करती और अपने रहने के लिए घर को बनाती, खाने के लिए भोजन भी इकठ्ठा करती जिस से की सर्दियों में उसे खाने पीने की दिक्कत न हो और वो आराम से अपने घर में रह सके, जबकि टिड्डा दिन भर मस्ती करता गाना गाता और चींटी को बेवकूफ समझता और चींटी को बोलता तुम बिना मतलब इतना काम करती हो इतना बढ़िया मौसम है तुम्हे मेरी तरह मस्ती करनी चाहिए और तुम भविष्य के लिए काम कर रही हो जैसे आज चल रहा है वैसे ही कल भी रहेगा अभी ठंडियाँ आने में बहुत दिन हैं जब मौसम बदलने लगेगा तब ये सब हो जायेगा, चींटी बोलती मै अभी खाने पीने की चीजें इकट्ठी कर लुंगी तो आगे आराम करुँगी और वो अपने काम पर लग जाती और टिड्डा अपनी मस्ती में.

मौसम बदला और सर्दियां आ गयीं, चींटी अपने बनाए मकान में आराम से रहने लगी उसे खाने पीने की कोई 
दिक्कत नहीं थी परन्तु टिड्डे के पास रहने के लिए न घर था और न खाने के लिए खाना, वो बहुत परेशान रहने 
लगा . दिन तो उसका जैसे तैसे कट जाता परन्तु ठण्ड में रात काटे नहीं कटती और एक रात टिड्डे को ठण्ड लग



 .








गई क्यूंकि उसे बहुत दिनों से खाना भी नहीं मिला था तो उसकी हालत बहुत ख़राब हो गई अब वो पछताने लगा की उसने गर्मी में ही क्यूँ नहीं सोचा था अब तो कुछ हो भी नहीं सकता.

अपने दोस्त की पीठ पर हाथ रखते हुए मैंने बोला भाई कहानी तुम अभी भी बहुत अच्छी सुनाते हो लेकिन क्या
कहानी को अपनी जिन्दगी में भी लागू किये ? मेरे दोस्त ने बोला मै कौन सी मस्ती कर रहा हूँ, सुबह से शाम हो जाती है ऑफिस में, घर लौटो तो घर की जिम्मेदारियां, फिर सुबह होते वही, कभी-कभी तुम्हारे जैसे पुराने दोस्तों
 से मिल लिया या घर वालों के साथ कहीं बाहर घुमने चला गया.

मैंने उसे रोकते हुए बोला मेरे भाई मै जानता हूँ और यही हालात सब के साथ हैं लोग अपने आज के काम में इतने व्यस्त हैं कि भविष्य की चिन्ता और उसके लिए उपाय नहीं कर रहे लेकिन सबके सामने एक दिन ये बहुत बड़ी समस्या बन जाएगी इसी लिए सभी को 30-30 चैलेन्ज के लिए तैयार रहना चाहिए. 30-30 चैलेन्ज ?? ये कौन सा गेम है ? मेरे दोस्त ने पूछा.

भाई सामान्यतः लोग नौकरी या पेशे में आते और सेटल होते 30 साल के हो जाते हैं और 60 साल की उम्र में हर किसी रिटायर होना पड़ता है तो हमारे पास काम करने और कमाने के लिए (60-30) 30 साल हैं. अपने देश में औसत आयु अभी लगभग 68 साल है जो की आने वाले समय में बढ़ कर 75-80 हो जाएगी और हम लोगों के खाने पीने और स्वास्थ सम्बंधित सुविधाए थोड़ी बेहतर हैं तो हमारे जैसे लोगों की औसत उम्र 85-90 साल होनी चाहिए, मतलब रिटायर होने के बाद लगभग 30 साल और जीना है तो इसे हम बोलते हैं 30-30 चैलेंज (चुनौती), कमाने के 30 साल और उसके बाद की चुनौती अगले 30 साल को अच्छे से जीने की .... चींटी की तरह. ये हमारे कमाने का समय जो है वो चीटी और टिड्डे की गर्मी के मौसम जैसा है और इस समय जरुरी है चींटी की तरह भविष्य को ध्यान में रख कर तैयारी करने की. रिटायर होने के बाद के 30 साल ठंढ के मौसम जैसा होगा जब हमे सैलरी मिलनी बंद हो जाएगी और जब हमे अपने इन 30 सालों में बचाए गए और बनाये गए वेल्थ या धन पर निर्भर होना पड़ेगा. अब तुम्हे ये निर्णय लेना है की तुम्हे रिटायरमेन्ट के बाद चींटी की तरह एन्जॉय करना है या टिड्डे की तरह पछताना है.

अब मेरे दोस्त को समझ में आ गया था की उसको Retirement Planning करनी चाहिए उसके बारे में सोचना चाहिए. वो मेरी तरफ देख के बोला भाई बताओ ना मुझे क्या करना चाहिए अभी तक तो मैंने सोचा नहीं था कुछ टैक्स बचाने के लिए LIC करवा ली थी लेकिन मुझे तुम्हारी बात समझ में आ गई है तुम मुझे बताओ मुझे क्या करना चाहिए ?

मैं घडी देखते हुए बोला भाई अब रात बहुत हो गई कल ऑफिस भी जाना है हम लोग कल शाम को इसी टाइम मिलेंगे तब आगे बातें करेंगे और फिर बात करेंगे की तुम्हे क्या करना चाहिए..

कुछ दिन पहले कहीं पर मैंने एक सर्वे रिपोर्ट पढ़ी थी जो की 60-70 वर्ष के उम्र के लोगों के ऊपर की गई थी. वह रिपोर्ट काफी डरावनी थी.. उसे पढने के बाद मैंने अपने आस पास समाज में उस सर्वे की रिपोर्ट के सन्दर्भ में जब देखना शुरू किया तो मुझे असलियत में रिपोर्ट से ज्यादा डरावनी हालत जमीन पर दिखाई पड़ी.
उस रिपोर्ट के अनुसार-
60-70 वर्ष के उम्र के लोग
54% लोग दूसरों के ऊपर आश्रित होते हैं
36% लोगों की 70 साल से पहले उपचार ठीक से ना हो पाने के कारण मृत्यु हो जाती है
5%  इस उम्र में भी पैसे के लिए काम करते हैं
4.5% लोग किसी के ऊपर आश्रित नहीं हैं
0.5% लोग बहुत धनवान हैं.

इस रिपोर्ट के अनुसार रिटायरमेंट के बाद 90% लोगों की हालत ठीक नहीं रहती. जो अपने आप में बड़ी चिंता का विषय है. 


अधिकतर लोग वही गलती करते हैं जो टिड्डे ने गलती की थी अपने कमाने के गोल्डेन समय में  उन्होंने बचत और निवेश पर ध्यान नहीं दिया, अपने लिए रिटायरमेंट प्लानिंग नहीं करी.
देखिये ऐसी गलती आप मत करियेगा.

आगे की कहानी के लिए अगली पोस्ट का करें इन्तेजार...

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