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हमारे देश में पर्सनल फाइनेंस के बारे में लोगों में जागरूकता कम है इसलिए Life Insurance लोग टैक्स बचाने के लिए ही लेते हैं इसके क्या फायदे नुकसान है कितनी किसको जरूरत है इस बारे में लोग ना चिंता करते हैं ना
क्यूंकि लाइफ इन्श्योरेंस लोग टैक्स बचाने के लिए लेते हैं इसलिए ऐसे लोग जिनको टैक्स नहीं देना पड़ता वो अक्सर अपना इन्श्योरेंस नहीं कराते अपने परिवार को भविष्य की अनिश्चितता से सुरछित नहीं रखते . अगर हम इन्ही लोगों से उनकी कार या स्कूटर के इंश्योरेंस की बारे में पूछें तो ये पता चलेगा की बिना एक दिन गवाएं वो अपनी कार या स्कूटर का इंश्योरेंस कराते हैं. ऐसा शायद इसलिए नहीं है की कार या स्कूटर उनको अपनी लाइफ से ज्यादा महत्वपूर्ण लगती है बल्कि इसलिए की सरकार ने मोटर इंश्योरेंस जरुरी कर रखा है, इसके बिना गाड़ी चलाने पर गाड़ी का चालान हो जायेगा और उसी पेनाल्टी के डर से लोग गाड़ियों का इन्श्योरेंस जरुर कराते हैं.
अब अगर हम अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सरकार या किसी तीसरे आदमी के इन्तजार में बैठे हैं तो यह आपको और आपके परिवार को गंभीर आर्थिक समस्या में डाल सकता है.
शायद ऐसा अपने समाज में इसलिए भी है की लोग इतने जागरूक नहीं हैं या लोगों को जागरूक किया नहीं गया है. जिन्होंने इंश्योरेंस ले भी रखा है उनमे से अधिकतम लोग Sec 80C के अन्तरगत टैक्स छूट लेने मात्र के लिए ही लिया इसलिए उन लोगों ने भी इंश्योरेंस की Need Analysis नहीं करवाई और साल में वो 50 हजार या 1 लाख का इंश्योरेंस प्रीमियम भरने के बावजूद भी उनको लाइफ कवर सिर्फ 5 लाख या 10 लाख का ही होता है.
क्यूँ लाइफ इंश्योरेंस जरुरी होता है ?
क्या आप को मालूम है आपका जीवन आपके परिवार के लिए कितना अमूल्य और आवश्यक है, आप अपनी बीवी, बच्चे, माँ, बाप के लिए क्या मूल्य रखते हैं ? नहीं शायद इसका वैल्यूएशन कोई कैलकुलेटर नहीं कर सकता क्यूंकि जीवन अनमोल है.
लेकिन एक पल के लिए सोचिये अगर आप अपने घर के कमाने वाले सदस्य (पुरुष या स्त्री) हैं और आप को कुछ हो जाये तो कौन देख भाल करेगा आप के बाद आप के परिवार की , वो जिम्मेदारियां जो आप की थीं वो कौन उठाएगा ? कोई नहीं .... ना आप के रिश्तेदार ना कोई मित्र, उस समय केवल काम आएगा आप की सेविंग्स, आपकी सम्पतियाँ.
एक मिनट के लिए आखें मूंद कर अगर सोचेंगे तो आपको अपने अगल बगल अनेकों उदाहरण मिल जायेंगे जहाँ पर परिवार के मुखिया या कमाने वाले व्यक्ति के साथ असमय हादसा होने से उस परिवार को कितनी आर्थिक मुश्किलें झेलनी पड़ी .
लाइफ इन्श्योरेंस हमारे परिवार के लिए छाते की तरह है जैसे छाता हमें धुप और बरसात से बचाता है वैसे ही लाइफ इन्श्योरेंस हमारे परिवार को भविष्य की अनिश्चितता से सुरक्षा प्रदान करता है.
लेकिन एक पल के लिए सोचिये अगर आप अपने घर के कमाने वाले सदस्य (पुरुष या स्त्री) हैं और आप को कुछ हो जाये तो कौन देख भाल करेगा आप के बाद आप के परिवार की , वो जिम्मेदारियां जो आप की थीं वो कौन उठाएगा ? कोई नहीं .... ना आप के रिश्तेदार ना कोई मित्र, उस समय केवल काम आएगा आप की सेविंग्स, आपकी सम्पतियाँ.
एक मिनट के लिए आखें मूंद कर अगर सोचेंगे तो आपको अपने अगल बगल अनेकों उदाहरण मिल जायेंगे जहाँ पर परिवार के मुखिया या कमाने वाले व्यक्ति के साथ असमय हादसा होने से उस परिवार को कितनी आर्थिक मुश्किलें झेलनी पड़ी .
लाइफ इन्श्योरेंस हमारे परिवार के लिए छाते की तरह है जैसे छाता हमें धुप और बरसात से बचाता है वैसे ही लाइफ इन्श्योरेंस हमारे परिवार को भविष्य की अनिश्चितता से सुरक्षा प्रदान करता है.
इसी लिए पर्सनल फाइनेंस में सबसे पहली और मह्त्वपूर्ण चीज मानी जाती है वेल्थ प्रोटेक्शन और लाइफ इंश्योरेंस उसी का एक हिस्सा होता है. जैसे घर बनाते हुए नीव की जरुरत होती है वैसे ही हमारे पर्सनल फाइनेंस में लाइफ इंश्योरेंस की जरुरत होती है और ये हर कमाने वाले सदस्य के लिए जरुरी है, चाहें उसने अभी नौकरी अभी लगी हो या कमी अभी स्टार्ट हुई हो या रिटायर्मेंट होने में अभी कुछ समय हो.
अगर आप मोबाइल खरीदते हुए उसमे स्क्रीन गार्ड या बैक कवर लेते हैं तो आप सुरक्षा का मतलब समझते हैं बस जरुरत है आपको अपने जीवन और परिवार की सुरक्षा के बारे में सोचने और पहला कदम बढाने की.
मान लीजिये 25-30 वर्ष की तपस्या के बाद आपको भगवान ने वरदान में एक असली रुपये छापने वाली मशीन दी है जिस से आप अपनी आवश्यकता भर के रूपए प्रिंट कर सकते हैं. किन्तु उस मशीन के साथ एक समस्या है... यह मशीन कभी भी खराब हो सकती है आज भी, कल भी, १ महीने या १ साल बाद भी या 50-100 साल बाद भी और एक बार ख़राब होने पर यह मशीन कभी ठीक नहीं हो सकती और जिस पल ये ख़राब हुई आप इस से पैसे प्रिंट नहीं कर पाएंगे.
अब यह बताइए...अगर आप के पास इस मशीन का इंश्योरेंस कराने का विकल्प हो तो आप करायेंगे या नहीं...
अगर आप का जवाब हाँ है तो....
फिर आप ने अपना इंश्योरेंस क्यूँ नही कराया.... आप को भी अपना पर्याप्त इंश्योरेंस कराना चाहिए क्यूंकि इस कहानी में रुपये प्रिंट करने वाली मशीन आप हैं...आप भी प्रतिमाह मासिक आय या आमदनी के रूप में असली नोट कमा रहे हैं.
अगर आप मोबाइल खरीदते हुए उसमे स्क्रीन गार्ड या बैक कवर लेते हैं तो आप सुरक्षा का मतलब समझते हैं बस जरुरत है आपको अपने जीवन और परिवार की सुरक्षा के बारे में सोचने और पहला कदम बढाने की.
मान लीजिये 25-30 वर्ष की तपस्या के बाद आपको भगवान ने वरदान में एक असली रुपये छापने वाली मशीन दी है जिस से आप अपनी आवश्यकता भर के रूपए प्रिंट कर सकते हैं. किन्तु उस मशीन के साथ एक समस्या है... यह मशीन कभी भी खराब हो सकती है आज भी, कल भी, १ महीने या १ साल बाद भी या 50-100 साल बाद भी और एक बार ख़राब होने पर यह मशीन कभी ठीक नहीं हो सकती और जिस पल ये ख़राब हुई आप इस से पैसे प्रिंट नहीं कर पाएंगे.
अब यह बताइए...अगर आप के पास इस मशीन का इंश्योरेंस कराने का विकल्प हो तो आप करायेंगे या नहीं...
अगर आप का जवाब हाँ है तो....
फिर आप ने अपना इंश्योरेंस क्यूँ नही कराया.... आप को भी अपना पर्याप्त इंश्योरेंस कराना चाहिए क्यूंकि इस कहानी में रुपये प्रिंट करने वाली मशीन आप हैं...आप भी प्रतिमाह मासिक आय या आमदनी के रूप में असली नोट कमा रहे हैं.
अगर आप अपने परिवार की केयर करते हैं तो आप को लाइफ इंश्योरेंस के बारे में जरुर सोचना चाहिए और इसको अगले महीने या साल के लिए टालना नहीं चाहिए.
कितना होना चाहिए इंश्योरेंस कवर ?
जैसा की मैंने पहले ही बताया की लोग टैक्स बचाने के लिए इंश्योरेंस करा लेते हैं लेकिन Need Analysis नहीं करवाने के कारण वो अंडर इन्स्योर्ड रहते हैं और यह चीज और भी खतरनाक हो सकती है एक तरफ आपने बहुत ज्यादा प्रीमियम चुकाया दूसरी तरफ जरुरत के समय आप के परिवार को जो मिला वो दाल रोटी चलाने के लिए भी काफी नहीं हुआ. इसलिए जरुरी है ये जानना की आपको कितने का इंश्योरेंस लेना चाहिए.
एक बहुत प्रचलित नियम है की आप को अपनी इनकम का 10-12 गुना इंश्योरेंस कवर लेना चाहिए. लेकिन अगर आप के ऊपर होम लोन, कार लोन भी चल रहा हो तो उस लोन को भी जोड़ना चाहिए इंश्योरेंस लेते हुए. उदाहरण के तौर पर..अगर किसी की साल की कमी 10 लाख रुपये हैं और उसने होम लोन 30 लाख का और कार के लिए 5 लाख का लोन लिया है तो उसे कम से कम 1.35 करोड़ का इंश्योरेंस लेना चाहिए.
इतना इंश्योरेंस क्यूँ जरुरी है- ऊपर दिए हुए उदाहरण से ही समझते हैं अगर उस व्यक्ति ने 1.35 करोड़ का इंश्योरेंस लिया है तो क्लेम से मिलने वाले 1.35 करोड़ रुपये में से 35 लाख रुपये से लोन चुकाया जा सकेगा और बाकी बचे 1 करोड़ रुपये को अगर 8% ब्याज देने वाले फिक्स्ड इनकम एसेट में लगा दिया जाये तो उस से परिवार का मिलने वाले सालाना ब्याज 8 लाख रुपये से घर का खर्च चलाया जा सकेगा.
बढती हुई उम्र और इनकम के साथ आप का इंश्योरेंस कितना होना चाहिए ये नीचे दिया हुआ टेबल में देखिये
Age
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Multiple of Annual Income as Life Insurance Need
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20-30
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15 times
|
31-40
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14 times
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41-45
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12 times
|
46-50
|
10 times
|
51-55
|
8 times
|
56 above
|
6 times
|
ध्यान रखें कुछ बातें
इस बात का जरुर ध्यान रखें की इंश्योरेंस और इन्वेस्टमेंट दो अलग - अलग चीजें है इसलिए दोनों को मिला कर बनाये गए इंश्योरेंस प्लान (मनी बैक, पेंशन, चिल्ड्रेन प्लान, ULIP etc) कभी ना खरीदें. Insurance के लिए सिर्फ टर्म प्लान लें. पालिसी लेने से पहले उसके बारे में जानकारी जरुर हासिल करें, आपको अगर पूर्व कोई बीमारी रही हो या पालिसी लेते समय हो तो उसके बारे में जरुर बताएं, कोई भी स्वास्थ से सम्बंधित जानकारी ना छिपायें.
टर्म प्लान सस्ते होते हैं, वो केवल रिस्क कवर के लिए जाते हैं, इनमें कोई मेच्योरिटी बेनिफिट नहीं होती, जितनी जल्दी लेंगे उतने कम रेट से आपको प्रीमियम चुकाना होगा.
याद रखें इंश्योरेंस तभी लिया जाता है जब उसकी जरुरत नहीं हो, क्यूंकि जरुरत होने पर इंश्योरेंस पालिसी आप को नहीं मिलती, इसके लिए स्वास्थ्य होना जरुरी होता है.
आप डॉक्टर हैं, इंजीनियर हैं, नेता या अभिनेता हैं, सरकारी या प्राइवेट नौकरी में हैं, किसी पेशे या रोजगार से जुड़े हैं, जीवन बीमा आप के परिवार के लिए अति आवश्यक है.
इंश्योरेंस टैक्स बचाने के लिए नहीं अपने परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षित रखने के लिए लें.
पढ़िए प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा बीमा योजना के बारे में
Important Features of ICICI Prudential i Protect Smart Term Plan:-
- Pure Term insurance plan with an inbuilt terminal illness cover
- Option – Life, Life Plus, Life & Health and All in one
- Benefits- Death Benefit and Terminal Illness benefit, Waiver of Premium on Permanent Disablity, Accidental death Benefit, Critical Illnesss Benefit
- Longer policy term – up to the age of 75 years
- Completely online process
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