Friday, April 29, 2016

Liquid Funds......म्यूच्यूअल फण्ड का सेविंग अकाउंट



Liquid Funds......Make your CASH work harder


आप पैसे सेविंग्स अकाउंट या करंट अकाउंट में क्यूँ रखते हैं ?
यह प्रश्न आप अपने आप से पूछिये...

अब जो उत्तर आपके मन में आयेगा वो होगा-

- मेरी सैलरी या इनकम उसी अकाउंट में आती है इसलिए पैसे उसी में पड़े रहते हैं

- जब मुझे जरुरत हो तब मै ए टी एम या बैंक से पैसे निकाल सकता हूँ.

- ज्यादा कैश अपने पास रखने पर रिस्क भी होता है, खोने का या चोरी होने का.

- कभी इमरजेंसी पड़ती है तो आसानी से पैसे निकाल सकता हूँ.

- कुछ भी खरीदने के लिए सेविंग अकाउंट के डेबिट कार्ड से कर सकता हूँ.

- 4%  का ब्याज भी मिलता है.

- और कोई बेहतर आप्शन नहीं जानता जो इतना सुविधा जनक हो.

क्या ऐसा सच में है ? सेविंग अकाउंट के जैसा सुविधा जनक और कोई आप्शन नहीं है


आइये जाने एक ऐसे फाइनेंसियल प्रोडक्ट के बारे में जो सेविंग्स अकाउंट जैसा सुविधाजनक और उस से ज्यादा लाभ देने वाला है. हमारे देश की बड़ी - बड़ी संस्थाएं पिछले कई सालों से वीकेंड पार्किंग (शनिवार और रविवार) और कम समय (१ हफ्ते से १ माह तक ) के लिए अपने फंड्स का सदुपयोग करने के लिए इस विकल्प का प्रयोग कर रही हैं, लेकिन आम आदमी जानकारी के आभाव में इस प्रोडक्ट का लाभ नहीं ले पाया है.

इस प्रोडक्ट का नाम है Liquid Fund या Money Market Fund.

Liquid Fund समझने के लिए पहले हम ये समझते हैं की बैंक कैसे काम करता है... 


बैंक में लोग अपना सेविंग अकाउंट खुलवाते हैं उसमे पैसे रखते हैं और बैंक आपके सेविंग अकाउंट में महीने के औसत बैलेंस पर 4%-6% तक का ब्याज देता है. ज्यादातर बैंक 4% या 4.5% ही ब्याज देते हैं. तो यहाँ पर केवल दो पक्ष हैं बैंक और उसका अकाउंट होल्डर. अकाउंट होल्डर बैंक द्वारा बताये गए दर पर  ब्याज प्राप्त करता है.


वहीँ जब बात आती है लिक्विड फण्ड की तो वहां पर कहानी कुछ बदल जाती है. लिक्विड फण्ड स्कीम में लोग पैसे जब डिपाजिट करते हैं तो फण्ड मैनेजर उन पैसों को बैंकों , बड़े उद्यमियों ,भारत सरकार या वित्तीय संस्थाओं द्वारा जारी कि गई छोटी अवधि कि डेब्ट सिक्योरिटीज में अधिक ब्याज दर पर पैसे लगाते हैं और उनसे प्राप्त ब्याज में से अपने खर्चे निकाल कर निवेशकों को वापस कर देता है. इसलिए लिक्विड फण्ड सेविंग अकाउंट से ज्यादा लाभ दे पाता है.

क्यूंकि निवेशकों का पैसा फण्ड मैनेजर बैंक द्वारा जारी सर्टिफिकेट ऑफ़ डिपाजिट (CD),  कॉर्पोरेट्स द्वारा जारी कमर्शियल पेपर (CP), भारत सरकार द्वारा जारी  ट्रेज़री बिल्स (T Bills) जैसे सुरक्षित और छोटे समय (91 दिन से कम समय ) के फाइनेंसियल सिक्योरिटीज में लगाते हैं इसलिए लिक्विड फण्ड बहुत सुरक्षित होते हैं और इनके मूल्यों में कोई खास उतार चढाव भी नहीं आते. इन फंड्स कि NAV में सेक्युलर ग्रोथ होती है वो दिन-प्रतिदिन लगभग एक सामान रफ़्तार से बढ़ते हैं हालाँकि यह ग्रोथ लगभग आज के समय 7% की सालाना दर के आस पास ही है. लेकिन जहाँ पैसा 0% या 4% ब्याज पर पड़ा हो उसकी तुलना में यह बहुत अच्छे हैं.

इसीलिए बड़े कॉर्पोरेट इन स्कीमो में दो दिन के लिए भी पैसे लगाने में नहीं हिचकते. कॉर्पोरेट्स अपने एक एक पैसे का सही उपयोग करके अपना प्रॉफिट बढ़ाने का काम करते हैं इसलिए वो एक दो दिन के लिए भी अपने पैसे को बेवजह करंट अकाउंट में पड़ा नहीं रहने देते.

31st मार्च, 2016 को Liquid Funds में  लगभग 3.25 लाख करोड़ रुपये लगे हुए थे जिसमे से सिर्फ तीन हजार करोड़ रिटेल इन्वेस्टर के द्वारा लगाये गए हैं बाकि सारे पैसे इंस्टी (संस्थाओ) द्वारा लगाये गए हैं.


क्यूँ लगायें लिक्विड फण्ड में पैसे ?


- लिक्विड फण्ड सेविंग और करंट अकाउंट से ज्यादा लाभ देते हैं.

- लिक्विड फण्ड में निवेश सुरक्षित होता है


- जैसा की नाम से पता चलता है ये पूरी तरह से लिक्विड होते हैं, आपका पैसा एक Working Day में लिक्विड फण्ड से निकल कर आपके बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर कर दिया जाता है.

- अगर आप लिक्विड फण्ड में पैसे डालते हैं तो Non-working Day पर भी आपका पैसा आपके लिए कमाता है.

एक अनुमान के अनुसार अगर आप प्रत्येक शुक्रवार को अपने बैंक अकाउंट से 1 लाख रुपये  लिक्विड फण्ड में ट्रान्सफर करें और प्रत्येक सोमवार को लिक्विड फण्ड से अपने बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर करते हैं तो आप साल भर में 3526 रुपये कमा सकते हैं और अगर यह राशि 1 करोड़ है तो 3.5 लाख रुपये हो जाती है, इसी लिए बड़ी संस्थायें Liquid Fund का प्रयोग  Weekend Fund Parking के लिए करती हैं.

एक आम निवेशक भी इस सुविधा का फायदा उठा सकता है. 

 कुछ फंड्स के स्नैपशॉट :

Fund
Launch
Expense Ratio (%)
1-Year Return (%)
Net Assets (Cr)
Birla Sun Life Cash Plus
29-Mar-04
0.21
8.25
16191.54
HDFC Liquid Fund
17-Oct-00
0.45
8.19
18978.64
ICICI Prudential Liquid Plan
17-Nov-05
0.18
8.18
16829.46
ICICI Prudential Money Market Fund
9-Mar-06
0.21
8.19
6466.83
Reliance Liquid Fund - Treasury Plan - Institutional Plan
9-Dec-03
0.27
8.18
14468.98
SBI Premier Liquid Fund
22-Mar-07
0.2
8.16
19473.06
 Source: www.valueresearchonline.com
Performance-1st April, 2016

लिक्विड फण्ड को कैश फण्ड, मनी मार्केट फण्ड, सेविंग्स फण्ड के नाम से भी जाना जाता है
आज कल कुछ लिक्विड फण्ड ने डेबिट कार्ड दे रखा है जिसको आप किसी ATM से पैसे निकल सकते हैं और एक सेविंग फण्ड ने मेडिकल इमरजेंसी के समय अपने फण्ड का उपयोग करने के लिए मेडिकल कार्ड भी दे रखा है जिस से सीधे पैसे हॉस्पिटल को ट्रान्सफर हो जाते हैं.


अगर आप अपने सेविंग या करंट अकाउंट 3-4 लाख रुपये रखते हैं तो आप साल में लगभग 20 से 30 हजार रुपये का नुकसान कर रहे है. आप को लिक्विड फण्ड में निवेश करना चाहिए जहाँ पर अधिक लाभ के साथ सुरक्षा भी है और पैसे की कभी भी जरुरत हो तो आप के पास सेविंग और करेंट अकाउंट की तरह लिक्विडिटी भी है.

कैसे काम करेगा लिक्विड फण्ड आपके लिए ?

अगर आप को लिक्विड फण्ड का प्रयोग करना है अपने सरप्लस फंड्स का बेहतर इस्तेमाल करने के लिए तो आपको सबसे पहले अपनी KYC करानी होगी.
अगर KYC पहले से हुई है तो स्कीम का चुनाव कर निवेश शुरू किया जा सकता है
आज कल ऑनलाइन, मोबाइल एप्लीकेशन और OTM की सुविधा होने के बाद लिक्विड फण्ड का प्रयोग बहुत आसान हो गया है.
अब आप एक क्लिक करके अपने बैंक से पैसे लिक्विड फण्ड के फोलियो में ट्रान्सफर कर सकते हैं और इससे पैसा निकाल भी आप उसी तरह सकते हैं, आपके रिडेम्पशन रिक्वेस्ट डालने के बाद अगले कार्य दिवस पर पैसा आपके अकाउंट में होगा....हाल में कुछ फंड्स ने 1 घंटे में भी पैसे बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर करना शुरू कर दिया है.

तो आइये अपने एक एक पैसे का इस्तेमाल समझदारी से करें, और अपने सरप्लस फंड्स बैंक में नहीं म्यूच्यूअल फण्ड के सेविंग अकाउंट मतलब लिक्विड फण्ड में रखे.

Liquid Fund - An alternative to Savings/Current Account




Friday, April 15, 2016

Retirement Planning...... Planning for 2nd Inning

सचिन 4 बजे मेरे ऑफिस अपनी सैलरी स्लिप, इन्वेस्टमेंट के पेपर्स, बैंक अकाउंट स्टेटमेंट और इंश्योरेंस पालिसी के साथ  बैठा हुआ था. मैंने उसे पहले ही बोला था अपने ये सारे डाक्यूमेंट्स जरुर ले आना.

सचिन की सैलरी 10 लाख रुपये सालाना है तो सबसे पहले मैंने उसे कितने का  लाइफ इंश्योरेंस लेना चाहिए ये निकाला. (लाइफ इंश्योरेंस क्यूँ और कितना लेना चाहिए पढ़ें ) http://arthagyanindia.blogspot.in/2016/03/blog-post.html

सचिन ने 4 लाख रुपये की एक मनी बैक पालिसी ले रखी है जो उसके परिवार की सुरक्षा की दृष्टि से बहुत कम है

Photo Source: www.hufingtonpost.com

उसकी सैलरी (10 लाख)  और उम्र (32 वर्ष) के हिसाब से उसके पास 1.40 करोड़ (10 लाख * 14 ) का लाइफ कवर होना चाहिए और उसके लिए सचिन को  महीने के लगभग 1200 रुपये देने होंगे मतलब साल के 14500 रुपये का प्रीमियम भर कर वो 1.5 करोड़ का लाइफ कवर ले सकता है. यह पालिसी लेने से सचिन इस चिंता से मुक्त हो जायेगा की अगर उसे जल्दी कुछ हो गया तो उसके परिवार की जिम्मेदारियां कैसे पूरी होंगी.

अब बारी थी ये सोचने की, सचिन अपनी 2nd इनिंग के लिए कैसे प्लान करे उसे कितने पैसे चाहिए होंगे अपने रिटायरमेंट के समय ? जिस से अपने और अपने परिवार का खर्च आसानी से चला सके, जब उसे सैलरी आनी बंद हो जाएगी.  इसके लिए मैंने सचिन को एक वर्कशीट दी और उस पर उसके महीने के सारे खर्चे लिखने के लिए कहा. सचिन के कैश आउट फ्लो स्टेटमेंट देख कर ये पता चला की उसका महीने का खर्च लगभग 50,000 रुपये है. जिसमे घर के खाने पीने का सामान, ट्रांसपोर्टेशन खर्च, बच्चों के स्कूल की फीस, बिजली, दूध, गैस, पानी, दवा और अन्य खर्च शामिल थे. सचिन के  इन्वेस्टमेंट के पेपर्स, बैंक अकाउंट स्टेटमेंट और इंश्योरेंस पालिसी को देख कर ये पता चला की सचिन ने लगभग 6 लाख रुपये अभी तक बचाए हैं.

अब मै अपने रिटायरमेंट कार्पस कैलकुलेटर की मदद से ये निकालूँगा की सचिन को अपने रिटायरमेंट के समय कितने खर्चे होंगे और उसको पूरा करने के लिए उसे आज से कितने पैसे इन्वेस्ट करने होंगे.


a. वर्तमान आयु 32
b. रिटायरमेंट आयु 60
c. समय बचे हैं रिटायरमेंट में (b-a) 28
d. औसत जीवन काल 80
e. रिटायरमेंट के बाद बचा समय (d-b) 20
वर्तमान वार्षिक व्यय 600000
वार्षिक व्यय में बढ़ोत्तरी दर 9%
रिटायरमेंट के समय वार्षिक व्यय 6700283.715
रिटायरमेंट के समय अनुमानित वार्षिक व्यय
(माना सचिन के खर्चे केवल 50% रह जायेंगे रिटायरमेंट के बाद)
50%
रिटायरमेंट के बाद वार्षिक व्यय 3350141.857
रिटायरमेंट फण्ड पर अनुमानित रिटर्न 12%
रिटायरमेंट के बाद फण्ड पर अनुमानित रिटर्न  8.50%
मंहगाई दर 6%
अभी तक सचिन की कुल सेविंग 600000
सचिन का रिटायरमेंट कार्पस 54179223.11
सचिन को करना होगा मंथली इन्वेस्टमेंट  13616.95
या सचिन को करना होगा इयरली इन्वेस्टमेंट  208962.43


अगर  सचिन को बताया जाता की उसे लगभग 5.50 करोड़ रुपये चाहिए होंगे अपनी 2nd इनिंग के लिए तो उसे शायद इस बात पर विश्वास नहीं होता की वो इतना पैसा कभी इकट्ठा कर भी पायेगा और विश्वास मानिये की अगर आप ट्रेडिशनल तरीके से इन्वेस्टमेंट करोगे तो असम्भव है ये टारगेट प्राप्त करना. लेकिन सचिन म्यूच्यूअल फण्ड में मंथली SIP 13616 रुपये  और 6 लाख रुपये एकमुश्त ऐसे फंड्स में डालेगा जहाँ से उसे 12% का रिटर्न बन जाये. समय-समय पर मै सचिन के साथ उसके रिटायरमेंट फण्ड की प्रोग्रेस और रिव्यु करता रहूँगा जिस से की हम यह देख सकें जो प्लान हमने बनाया है वो सही काम कर रहा है या हमें कोई करेक्टिव स्टेप तो नहीं उठाने हैं.

दोस्तों रिटायरमेंट की तरह फाइनेंसियल प्लानिंग की मदद से आप अपने सारे फाइनेंसियल गोल्स (बच्चों की पढाई, घर, गाड़ी, बच्चों की शादी, वर्ल्ड टूर या कोई और बड़े खर्चे ) आसानी  और समय से प्राप्त कर सकते हैं, बस जरुरत है उसके लिए पहले से सोचने की, प्लान करने की और उसके लिए सही योजना में इन्वेस्टमेंट करने की. http://arthagyanindia.blogspot.in/2016/03/2-4.html

Sunday, April 3, 2016

Retirement Planning...Cont

सुबह जब मैंने अपना मोबाइल स्विच ऑन किया तो देखा सचिन का मैसेज पड़ा है की वो आज 4 बजे मेरे पास आएगा. मुझे ये देख कर अच्छा लगा की सचिन अपनी फाइनेंसियल प्लानिंग को लेकर गंभीर हो गया है, जो दो दिन पहले मुझसे ये बोल रहा था की अभी रिटायर होने में 25 साल हैं वो इस बात को समझ गया की प्लानिंग उसके लिए जरुरी है और आज मेरे ऑफिस में आने का निर्णय उसका पहला कदम था अपने भविष्य को सुरछित और समृधिशाली बनाने का.

लेकिन मेरे बहुत सारे दोस्त सचिन की तरह अपनी जरूरतों के लिए जल्दी कदम नहीं बढ़ा पाते. जी हाँ, हमारे अन्दर जो अपने काम  को टालने की बीमारी है वो ऐसा करने से रोकती है . अभी हमारा बॉस, कस्टमर  या क्लाइंट कोई काम हमें देता है तो हम उसे तुरंत करते हैं लेकिन जब अपने काम की बारी होती है तो उसे पीछे धकेल देते हैं. इसलिए जरुरी है अपने काम को भी प्राथमिकता दें और भविष्य के लिए प्लानिंग करें.
कुछ बातें और हैं जिसे आप को जरुर समझना चाहिए कि आप के लिए रिटायारमेंट प्लानिंग क्यूँ जरुरी है?


- हमारे देश में सोशल सिक्योरिटी (आप रिटायरमेंट तक  अपना टैक्स चुकाइए और सोशल सिक्यूरिटी योजना में कॉन्ट्रिब्यूशन कीजिये  और समय आने पर सरकार आप का देखभाल  करेगी) जैसी कोई योजना नहीं है जैसा की कई विकसित देशों में है,  इसलिए यह बहुत जरुरी है की रिटायरमेंट के बाद जब आपकी रेगुलर इनकम नहीं होगी उस समय तक आप ठीक ठाक पैसे जोड़ लें.

- जैसे जैसे हमारी उम्र बढती है हमारी निर्भरता दवा, हॉस्पिटल आदि चीजों पर बढ़ जाती है और उन पर होने वाले खर्चे भी उसी तरह से बढ़ जाते हैं, तो हमारी 2nd इनिंग में मेडिकल पर खर्चे कहीं ज्यादा होंगे.


- भारत में महंगाई दर अन्य देशो की मुकाबले कहीं ज्यादा है इसलिए हमारे खर्चे भी तेजी से बढ़ते हैं और इसलिए हमें आज के मुकाबले कहीं ज्यादा पैसे चाहिए होंगे रिटायरमेंट के बाद घर चलाने के लिए.
इस बात को हम एक उदाहरण से समझते हैं- मान लीजिये आप की उम्र 30 वर्ष है और अभी आपका वार्षिक व्यय 4 लाख रूपये है अब हम पता करते हैं कि 60 वर्ष बाद आपको घर चलाने के लिए कितने पैसों की जरुरत होगी.

a. वर्तमान आयु 30
b. रिटायरमेंट आयु 60
c. रिटायरमेंट में अभी बचा समय (b-a) 30
d. औसत जीवन काल 80
e. रिटायरमेंट के बाद बचे समय (d-b) 20
आज का वार्षिक व्यय 400,000
वार्षिक व्यय में बढ़ोत्तरी डर  8%
रिटायरमेंट के समय अनुमानित वार्षिक व्यय 4,025,063
रिटायरमेंट के बाद वार्षिक व्यय 50%
रिटायरमेंट के बाद आप का वार्षिक व्यय 2,012,531

जी हाँ 20 लाख रूपये चाहिए होंगे आपको हर साल अपना घर चलने के लिए अगर आप ये भी मान लें की आपके खर्चे रिटायरमेंट के बाद 50% ही रह जायंगे.

- अपनी फाइनेंसियल सिक्योरिटी के साथ साथ अपनी पत्नी, अपने बच्चों और उनके बच्चों की फाइनेंसियल सिक्योरिटी की लिए भी  जरुरी है

- भविष्य की अनिश्चितता से बचने की लिए.

- हम अपनी पिछली जनरेशन से ज्यादा उम्र तक जियेंगे और सामाजिक ढांचे में बदलाव के चलते, हमारे लिए रिटायरमेंट एक बोझ ना बन जाये.


- हमारे समाज में भी अब Nuclear Family का चलन आ गया है, महानगरों में ओल्ड ऐज होम्स की संख्या बढ़ रही है और ये चलन धीरे धीरे छोटे शहरों तक पहुंचेगा. ये चलन समय के साथ हमारे समाज में बढ़ जायेगा और जैसा अन्य विकसित देशों में होता है ओल्ड ऐज लोगों को अपनी देखभाल स्वयं करनी पड़ती है वही समस्या हमारे समाज में भी आएगी अगर इस समय आप के पास पर्याप्त धन नहीं होंगे तो आपके लिए मुश्किलें और बढ़ जायेंगी.

- हम लोग कभी नहीं चाहेंगे की हम आज प्लानिंग ना करके यह गलती करें और भविष्य में अपने बच्चों या अगली पीढ़ी पर बोझ बने.

- रिटायरमेंट आपके लिए श्राप नहीं आपके कठोर परिश्रम का पुरस्कार होना चाहिये.

- और सबसे जरुरी, रिटायरमेंट हमारे महत्वाकांक्षाओं का अंत नहीं, एक नई शुरुआत होनी चाहिए.


और इन सबके लिए जरुरी है, जब आप रिटायर हों तो...स्वस्थ और संपन्न हों.


Source: http://www.macawinsure.net/




https://www.youtube.com/watch?v=XO4DRmHhKd8&noredirect=1
यह वीडियो जरुर देखें. इस वीडियो को शेयर करने का मेरे उद्देश्य HDFC Retirement Saving Fund को प्रोमोट करना नहीं है बल्कि आपको यह दिखाने की कोशिश करना है कि जब आपकी रेगुलर इनकम नहीं होती तो आपको कैसे अपनी लाइफ स्टाइल से समझौता करना पड़ता है.

शेष अगले ब्लॉग में पढ़िए...