Source: IDFC Mutual Fund & Youtube
Saturday, July 30, 2016
बचत... निवेश.... बढ़त....
Friday, July 22, 2016
1000 रुपये आपके लिए क्या कर सकते हैं ?
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Thursday, July 21, 2016
कैसे बनेंगे आप फाइनेंसियली फिट
सोर्स: http://www.freedigitalphotos.net/
आज कल लोगों के पास समय का अभाव है इसलिए हर आदमी चाहता है की उसे कुछ मंत्र या सूत्र पता हो जिस से वह कम समय में सही ढंग से हर काम पूरा कर सके . जैसे हर आदमी चाहता है की स्वस्थ रहने के लिए उसे कुछ योगा या एक्सरसाइज करने के तरीके पता हों, साथ ही साथ खाने पीने का ध्यान रखने के लिए सिंपल डाइट चार्ट हो जिसमे उसको कम समय देना पड़े लेकिन उसके परिणाम स्वास्थ के लिए अच्छे हों. उसी तरह से हर आदमी चाहता है की वो फाइनेंसियली फिट हो और उसके लिए भी उसे कुछ मंत्र पता हों.
फाइनेंसियली फिटनेस टेस्ट- http://arthagyanindia.blogspot.in/2016/05/blog-post_39.html
इस ब्लॉग के माध्यम से फाइनेंसियली फिट रहने के मंत्र या स्टेप्स बताये जा रहे हैं. ये वो 22 सूत्र हैं जिसको आप आसानी से अपने जीवन में उतार कर अपना अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित और समृद्धशाली बना सकते हैं .
1- एक इमरजेंसी फण्ड बनाइये जो आपके 6 महीने के खर्चे के बराबर हो. इमरजेंसी फण्ड ऐसी जगह रखिये जहाँ से आप जब चाहें आसानी से निकल सकते हैं (सेविंग्स अकाउंट या लिक्विड फण्ड उपयुक्त होंगे).
2- इंश्योरेंस - आपको अपनी सालाना कमाई का 8-10 गुने का रिस्क कवर (Term Plan) लेना चाहिए और ध्यान रखिये इंश्योरेंस का मतलब Term Plan. साथ में ही आपको अपने परिवार के लिए मेडिकल इंश्योरेंस भी लेना चाहिए.
3- क्रेडिट कार्ड का उपयोग कम से कम करिए और रिवॉल्विंग क्रेडिट का उपयोग तो कभी ना करिए.
4- केवल 2 बैंक अकाउंट और अगर जरुरत तो हो तो 1 क्रेडिट कार्ड रखिये. याद रखिये जितने कम अकाउंट उतनी कम झंझंट.
5- अपने कैरिएर की शुरुआत में ही बचत करना और निवेश करना शुरू कीजिये, अगर आपको फाइनेंसियल मार्केट की समझ नहीं तो बैंक में ही RD करिए लेकिन बचत जरुर करिए.
6- कभी भी ULIP, मनी बैक पालिसी, Endowment प्लान ,पेंशन प्लान, चिल्ड्रेन प्लान जैसे बुरे फाइनेंसियल प्रोडक्ट्स में निवेश मत करिए.
7- घर खरीदने और बिज़नस के अलावा किसी भी चीज के लिए बैंक से लोन मत लीजिये.
8- आपको घर अपनी सालाना कमाई के 5 गुने से ज्यादा कीमत का नहीं खरीदनी चाहिए.
9- रिटायर होने के समय आपके पास कम से कम आपके सालाना खर्चे के 30 गुने का रिटायरमेंट फण्ड होना चाहिए.
10- अपने खर्चे कभी भी अपनी कमाई से ज्यादा ना बढ़ने दें.
11- कम से कम अपनी कमाई का 30% बचत करें.
12- बचत और निवेश करने की आदत डालें और उसे रेगुलर रखें.
13- अपने भविष्य की जरूरतों के हिसाब से अलग-अलग निवेश करें. जैसे रिटायरमेंट फण्ड के लिए अलग, घर या गाड़ी खरीदने के लिए अलग और बच्चों की पढाई के लिए अलग. और कभी भी एक उद्देश्य के लिए किये गए निवेशों का उपयोग दूसरे उद्देश्य के लिए किये गए निवेश से मत करें जब तक की वह उद्देश्य पूरा नहीं हो जाता.
14- हमेशा एक्चुअल रिटर्न या रियल रिटर्न (टोटल रिटर्न - टैक्स - इन्फ्लेशन = एक्चुअल रिटर्न ) को देख कर ही लम्बे समय के लिए निवेश करें. पॉवर ऑफ़ कोम्पौन्डिंग समझें, लम्बे समय 2% का भी फर्क बहुत ज्यादा होता है.
15- लम्बे समय में इक्विटी से बेहतर कोई रिटर्न नहीं दे सकता इसलिए इक्विटी मार्केट में म्यूच्यूअल फण्ड के जरिये निवेश जरुर करें. छोटे समय के लिए डेब्ट फण्ड और मध्यम अवधि के लिए बैलेंस्ड या एसेट एलोकेशन फण्ड में निवेश करने.
16- किसी एक एसेट क्लास में ओवर इन्वेस्टेड ना रहें.
17- इन्वेस्टमेंट करने से पहले इन प्रश्नों का जवाब आपके पास होना चाहिए , मै यह निवेश क्यों कर रहा हूँ, कितने समय के लिए कर रहा हूँ, कहाँ कर रहा हूँ और क्या इस निवेश माध्यम से मै अपने फाइनेंसियल गोल निर्धारित समय में प्राप्त कर लूंगा ?
18- निवेश करने के विभिन्न विकल्पों को इन पांच मापदंडों पर जरुर परखें- सेफ्टी, लिक्विडिटी, रिटर्न या इंटरेस्ट, रिटर्न में सम्भावित उतार चढ़ाव, प्रोडक्ट पर लगने वाला टैक्स और आपकी सुविधा.
19- केवल टैक्स सेविंग के उद्देश्य से निवेश ना करें और कहीं भी निवेश करने का निर्णय जल्दी बाजी में या किसी के दबाव में मत लें. http://arthagyanindia.blogspot.in/2016/03/wealth-creation.html
20- बचत और निवेश की आदत डालने के लिए म्यूच्यूअल फण्ड में SIP करें.
21- अपने पोर्टफोलियो का रिव्यु 6 माह में एक बार करें, रोज-रोज पोर्टफोलियो रिव्यु करने से आप ग्रीड एंड फियर के भंवर जाल में फंस जायेंगे.
22- कहीं भी निवेश करने से पहले क्वालिफाइड एडवाइजर से जरुर सलाह लें.
ऊपर दिए गए 22 मंत्रों को अपनी फाइनेंसियल लाइफ में लागू करके आप अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित और समृद्धशाली बना सकते हैं .
आप अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों में या ब्लॉग शेयर करके उनकी लाइफ को भी फाइनेंसियल सिक्योर और प्रोस्पेरस बनाने में उनकी मदद कर सकते हैं.
धन्यवाद !!!
Sunday, July 17, 2016
बच्चों को पढ़ाना अब बच्चों का खेल नहीं
क्या आप ने अपने बच्चे का एडमिशन हाल ही में प्ले स्कूल में कराया है ?
क्या आप ने अपने बच्चे को IIT या PMT या और किसी कॉम्पटीटिव एग्जामिनेशन के लिए हाल ही में कोचिंग क्लास शुरू कराइ है?
क्या आप ने अपने बच्चे का एडमिशन लॉ, इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट या अन्य किसी कोर्स में कराया है ?
अगर इनमे से किसी भी परिस्थिति से हाल ही में गुजरे होंगे तो आपको अपने देश में शिक्षा में आई महंगाई का अंदाजा हो गया होगा. अगर आपने प्ले स्कूल में एडमिशन कराया होगा तो यह जरुर सोच रहे होंगे की जब अभी ये हाल है तो आगे क्या होगा.
आज कल यंग पेरेंट्स अक्सर बात-चीत में यह बात बोलते हैं की जितना खर्चा हमारे पेरेंट्स ने हमारी पूरी पढाई पर किया है उस से ज्यादा खर्च हमें अपने बच्चों की प्राथमिक या प्राइमरी एजुकेशन पर ही करना पड़ रहा है. यह कडवी सच्चाई है और इसके दोषी हम आप नहीं है. लेकिन इस सच्चाई के साथ हमे जीना पड़ेगा और उसका समाना करना पड़ेगा. बच्चों की शिक्षा ऐसी चीज है जिस से कोई माँ-बाप नजर अंदाज नहीं कर सकते, खास कर तब जब इतनी ज्यादा प्रतिस्पर्धा पढाई से लेकर खेल, कला हर जगह हो .
सरकारी आंकड़ों के हिसाब से महंगाई भले 5% की दर से बढ़ रही हो लेकिन शिक्षा में महंगाई की रफ़्तार 12% से ज्यादा है. और इस लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि आप बच्चों की शिक्षा में होने वाले खर्चों को लेकर थोड़े गंभीर हो जायें और उसके लिए आज से ही प्लान करें अन्यथा कहीं ऐसा ना हो कि आज जब आप का बच्चा प्राइमरी एजुकेशन ले रहा है तब तो आप किसी तरह से उनके खर्चे उठा ले रहे हैं लेकिन जब उनके भविष्य बनाने की बारी आई और उनको मेडिकल, इंजीनियरिंग, फैशन, मैनेजमेंट, लॉ जैसे अन्य उच्च शिक्षा के लिए फीस और अन्य खर्चों चुकाने हुए तो आपके पास पैसे ही ना हों और आपके बच्चे को और आप को उन परिस्थितयों से समझौता करना पड़े. इसलिए जरुरत है आज के खर्चे के साथ हम भविष्य में आने वाले बड़े खर्चों के लिए भी प्लान करें.
सोर्स: economictimes.com
ऊपर दिए हुए चार्ट के अनुसार अगर आज MBA की फीस 16 लाख रुपये है तो अगले 15-16 साल में यह बढ़ कर 85-90 लाख रुपये हो जायेगी, इसी तरह से मेडिकल की पढाई में अगर खर्च 12 लाख रुपये हो रहे हैं तो वो 12 लाख से बढ़ कर 65-70 लाख रुपये हो जायेंगे. जब की सच्चाई हम सभी जानते हैं कि आज के समय में कम फीस वाले सरकारी संस्थानो में सीट्स कितनी है और पेरेंट्स को क्या-क्या करना पड जाता है जब उनके बच्चों की भविष्य की बात आती है.
अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए आज आप को कुछ पढ़ना पड़ेगा. और अगर आज आप ने यह ब्लॉग पढ़ कर अपने बच्चों की शिक्षा के लिए फाइनेंसियल प्लानिंग शुरू कर दी तो इस से अच्छी बात कुछ भी नहीं हो सकती.
कैसे करें तैयारी
सबसे पहले यह पता करें की आज के समय मेडिकल, इंजीनियरिंग या अन्य उच्च शिक्षा माध्यमो की फीस कितनी है. आज आईआईएम से PGDBM करने की फीस लगभग 15-20 लाख रुपये है. KGMC, लखनऊ से MBBS करने की फीस लगभग 8.25 लाख रुपये सालाना है, वहीँ किसी प्राइवेट संस्था से MBBS करने के लिए आपको १ करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे.
इस प्रक्रिया से आपको मोटा मोटा अंदाजा लग जायेगा कि अगर आज आप का बच्चा इनमे से कोई कोर्स करता तो उसके लिए आपके पास आज कितने पैसे होने चाहिए .
एक बार आज के खर्चे का अनुमान लग गया तो आपको यह जानना है की आपके ऊपर यह खर्च किस समय आएगा. अगर आपका बच्चा 5 साल का है तो मान के चलिए कि उसके हायर एजुकेशन के लिए अभी 13 से 14 साल हैं. इस तरह से आप को पता चल जायेगा की आपके पास समय कितने हैं.
अब आपको दो बाते पता हैं , पहली आज के समय उस कोर्स पर कितना खर्च आ रहा हैं और दूसरा आपको कितने समय बाद इनके लिए पैसों की जरुरत होगी.
अब तीसरा चरण में आप को यह अनुमान लगाना है की भविष्य में उस कोर्स पर कितना खर्च पड़ेगा क्यूंकि महंगाई के साथ फीस और अन्य खर्चे भी बढ़ जायेंगे. इसके लिए आप कम से कम 10% की महंगाई दर से अनुमान लगाइए और गणना कीजिये कि भविष्य में कितने पैसे आपको चाहिए होंगे. इस तरह से आप को यह पता चल जायेगा की आपको भविष्य में कितने पैसे इकठ्ठा करने होंगे.
अब तीसरा चरण में आप को यह अनुमान लगाना है की भविष्य में उस कोर्स पर कितना खर्च पड़ेगा क्यूंकि महंगाई के साथ फीस और अन्य खर्चे भी बढ़ जायेंगे. इसके लिए आप कम से कम 10% की महंगाई दर से अनुमान लगाइए और गणना कीजिये कि भविष्य में कितने पैसे आपको चाहिए होंगे. इस तरह से आप को यह पता चल जायेगा की आपको भविष्य में कितने पैसे इकठ्ठा करने होंगे.
अब आखिरी चरण में आपको योजना बनानी है उस अनुमानित राशि को उस समय तक इकठ्ठा करने की .
आपको नीचे दिए गए उदाहरण से और आसानी से समझ सकते हैं.
कैसे बनाये चाइल्ड एजुकेशन फण्ड
विजय और जया जो यंग पेरेंट्स हैं उनकी बेटी (शुभा) अभी 4 साल की है और उनका सपना है की उनकी बेटी MBBS करे. इस साल उन्होंने अपनी बेटी का एडमिशन प्ले स्कूल में कराया है. अभी शुभा की पढाई में होने वाले खर्चे को देख कर उनको इस बात की फ़िक्र होने लगी की क्या वो अपनी बेटी को डॉक्टर बना पाएंगे, क्या वो MBBS का खर्च उठा पाएंगे ??
MBBS के लिए वर्तमान खर्च लगभग 30 लाख रुपये
विजय और जया के पास अभी समय है लगभग 14-15 साल का
अब हम निकालते हैं अगर महंगाई 10% की रफ़्तार से बढेगी तो 15 साल बाद कितनी फीस होगी MBBS की
30,00,000 x (1+0.10)^15 = 1,25,31,745
लगभग 1.25 करोड़ रुपये चाहिए होंगे
1.25 करोड़ की फिगर मिडिल क्लास परिवार के लिए बड़ा है इसीलिए मैं अपनी बात एक बार फिर दोहराता हूँ कि बच्चों को पढ़ाना अब बच्चों का खेल नहीं है. अब अगर कोई इस बात को नजरंदाज करे और यह सोचे जब समय आएगा तो देखेंगे तो हो सकता है तो उसको अपने बच्चों की पढाई का खर्च उठाने में कहीं ज्यादा तकलीफ उठानी पड़े उसके मुकाबले जो आज से ही उसके लिए तयारी कर रहा है.
विजय और जया इसके लिए आज से ही तैयारी करना चाहते हैं जो एक समझदारी भरा निर्णय है.
यह बात तो निश्चित है विजय और जया को सेविंग और इन्वेस्टमेंट्स ऐसी जगह करनी होगी जो 10% से ज्यादा रिटर्न या इंटरेस्ट दे सके, और इन्वेस्टमेंट के सभी विकल्पों को देखें तो केवल इक्विटी और रियल स्टेट को छोड़ कर कहीं भी 10% से ज्यादा रिटर्न नहीं बन सकते.
इक्विटी से पैसा बनाने के लिए उसकी नॉलेज, अनुभव और समय होना चाहिए, वहीं रियल स्टेट में एक साथ ढेर सारा पैसा चाहिए और उसमे भी कई तरह के रिस्क हैं जैसे कोई लीगल प्रॉब्लम हो जाये, काउंटर पार्टी रिस्क हो सकती है , कोई कब्ज़ा कर ले या जहाँ जमीन ली है उसका रेट किसी कारण ने बढ़े.
विजय और जया ने समझदारी भरा निर्णय लिया, इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड में SIP का रास्ता चुना. क्यूंकि उन्होंने पाया पिछले 15-20 वर्षों में इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड की SIP ने बहुत अच्छे रिटर्न दिए हैं, इनमे शेयर बाज़ार का रिस्क तो है लेकिन फण्ड मैनेजर की कार्य कुशलता और उनके अनुभवों के कारण वो रिस्क नहीं रह जाता जो किसी छोटे निवेशक को सीधे शेयर खरीदने बेचने में होती है और SIP की माध्यम से वो सेविंग और इन्वेस्टमेंट साथ साथ कर लेते हैं.
विजय और जया ने 19500 रुपये की SIP स्टार्ट की है जिस से अगले 15-16 वर्षों में वो शुभा की पढाई के लिए 1 से 1.25 करोड़ रुपये बचा सकें.
20,000 रुपये की SIP कैसे काम कर सकती है आपके लिए..
EXPECTED RETURN
|
NUMBER OF YEARS
|
|||
10
|
15
|
20
|
25
|
|
11.00%
|
Rs 4339963
|
Rs 9093791
|
Rs 17312761
|
Rs 31522666
|
13.00%
|
Rs 4880738
|
Rs 10994518
|
Rs 22664847
|
Rs 44941830
|
15.00%
|
Rs 5504341
|
Rs 13370135
|
Rs 29944790
|
Rs 64870592
|
अब सवाल यह उठता है कि 20,000 रुपये कि महीने की सेविंग और इन्वेस्टमेंट बच्चे की पढाई के लिए एक मध्यम आय वाला परिवार कैसे कर सकता है.
इसका उत्तर दे पाना शायद एक ब्लॉग में कठिन होगा लेकिन यह बात तो तय है अगर आज 20,000 रुपये महीने की सेविंग कठिन है तो 15 साल बाद 1 या 1.25 करोड़ रुपये जैसी भारी भरकम रकम तो बहुत मुश्किल होगी.
तो समझदारी इसी में है जितनी जल्दी हो सके अपने बच्चों के साथ आप भी उनकी हायर एजुकेशन की तैयारी शुरू कर दीजिये, जिस से भविष्य में आपको अपने रिटायरमेंट फण्ड का उपयोग या एजुकेशन लोन का रास्ता ना अपनाना पड़े बच्चों की एजुकेशन फंडिंग के लिए. जैसा अक्सर उन लोगों को करना पड़ता है जो बच्चों को पढाना बच्चों का खेल समझ लेते हैं.
यहाँ पर एक बात और स्पष्ट करना अत्यंत आवश्यक है कि आपको चाइल्ड एजुकेशन के नाम पर बेचीं जा रही ट्रेडिशनल और ULIP इंश्योरेंस पालिसी से दूर रहना चाहिए और अगर सही में आप गंभीर है अपने बच्चों के भविष्य के लिए तो किसी अच्छे इन्वेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह लीजिये फाइनेंसियल प्लानिंग के लिए.
अगर आपको मेरे ब्लॉग अच्छे लगें तो कृपया अपने मित्रों, घर के सदस्यों को फॉरवर्ड करें आपके सहयोग के लिए धन्यवाद.
इसका उत्तर दे पाना शायद एक ब्लॉग में कठिन होगा लेकिन यह बात तो तय है अगर आज 20,000 रुपये महीने की सेविंग कठिन है तो 15 साल बाद 1 या 1.25 करोड़ रुपये जैसी भारी भरकम रकम तो बहुत मुश्किल होगी.
तो समझदारी इसी में है जितनी जल्दी हो सके अपने बच्चों के साथ आप भी उनकी हायर एजुकेशन की तैयारी शुरू कर दीजिये, जिस से भविष्य में आपको अपने रिटायरमेंट फण्ड का उपयोग या एजुकेशन लोन का रास्ता ना अपनाना पड़े बच्चों की एजुकेशन फंडिंग के लिए. जैसा अक्सर उन लोगों को करना पड़ता है जो बच्चों को पढाना बच्चों का खेल समझ लेते हैं.
यहाँ पर एक बात और स्पष्ट करना अत्यंत आवश्यक है कि आपको चाइल्ड एजुकेशन के नाम पर बेचीं जा रही ट्रेडिशनल और ULIP इंश्योरेंस पालिसी से दूर रहना चाहिए और अगर सही में आप गंभीर है अपने बच्चों के भविष्य के लिए तो किसी अच्छे इन्वेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह लीजिये फाइनेंसियल प्लानिंग के लिए.
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