Saturday, May 11, 2019

The Story of Chinese Bamboo & Your SIP


धैर्य, दृढ निश्चय, कठोर परिश्रम और अपार सफलता की अद्भुत मिसाल...


चीन के एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था, अपने जीवन में बड़ी सफलता के उद्देश्य से वो लड़का एक बड़े शहर में कारोबार करने आया. बड़े उत्साह और दृढ निश्चय के साथ वह काम में लग गया लेकिन 3 साल बीत जाने के बाद भी उसे अपेक्षित सफलता नहीं मिली. धीरे-धीरे उसके पैसे ख़त्म होने लगे और वो परेशान रहने लगा. एक दिन उसका एक मित्र उससे मिलने आया, उसको परेशान देख कर उसके मित्र ने उसे सलाह दी कि क्यूँ नहीं वह कुछ दिन के लिए अपने गाँव वापस जाए और अपने परिवार से मिल के आये. अपने परिवार और पुराने दोस्तों से मिल कर उसका मन भी थोडा हल्का होगा और हो सकता है इस बीच उसे अपने कारोबार को बढ़ाने का कुछ बेहतर उपाय मिल जाय.

अपने मित्र की बात मान कर कुछ दिन बाद वह अपने गाँव पहुँचा. परिवार में सभी लोग 3 साल बाद उसको देख कर बहुत खुश होते हैं. माँ ने शाम को उसकी पसंद का भोजन बनाया, बहन और भाई उस से अपने लिए लाये उपहार के बारे में और शहर की कहानियां सुनते रहे. लेकिन उसके पिता को ना जाने कैसे पता चल गया कि वह कुछ उदास है और शहर जाने से पहले जो बेटे के अन्दर उत्साह देखा था वो कुछ कम हो गया है. रात में सब के सो जाने के बाद उसके पिता ने उस से पूछा कि क्या बात है तुम उतने खुश नहीं लग रहे, ऐसी क्या बात है जो तुम्हे परेशान कर रही है?

उस लड़के ने अपने पिता को पिछले तीन सालों के संघर्ष, अपेक्षित परिणाम ना मिलने और आर्थिक समस्या के बारे में बताया. आगे उसने बताया कि वह जिस कारोबार में है वो तो ठीक है लेकिन उसने जैसी सफलता की अपेक्षा की थी वो पिछले 3 वर्षों में उसे नहीं मिली. पहले एक साल में तो लगा कि काम ठीक हो जायेगा लेकिन समय के साथ जब काम उस तरह से नहीं चला तो धैर्य जवाब देने लगा और फिर पैसे की दिक्कत ने कारोबार में और परेशानी बढ़ा दी. पिता उसकी बात ध्यान से सुनते रहे और अंत में उसको सिर्फ इतना बोला कि अभी सो जाओ बहुत रात हो गई, हम लोग कल सुबह अपने खेत चलेंगे और बाकी बाते वहां पर करेंगे.

सुबह वह लड़का जब खेत पहुंचा तो उसे अपने खेत में बहुत बड़े-बड़े बांस के पेड़ (वैसे बांस एक तरह की घास होती है लेकिन उसकी लम्बाई के कारण उसके पेड़ कहा जाता है) पाया. वहां कई लोग उस खेत को देखने आये हुए थे. वह यह नजारा देख के भौंचका रह गया क्यंकि 3 साल पहले तो खेत में कुछ था ही नहीं और एकाएक 100 फुट लम्बे बांस के पेड़...उसने अपने पिता से इसके बारे में पूछा कि ऐसा पिछले तीन सालों में क्या हुआ ?

पिता ने जवाब दिया..बेटा याद है तुम्हे लगभग 5 साल पहले तुमने मेरे साथ इन्ही खेतों में काम किया था हमने यहीं पर बीज डाले थे, उसने बोला हाँ याद है. लेकिन 3 साल पहले जब वो शहर गया तब भी खेत खाली थे और लोग बोलते थे कि इस खेत में कुछ नहीं होगा. पिता ने बोला..लोगों का क्या है..लोग तो आज से 3 महीने पहले भी बोल रहे थे कि 5 साल से खेत में ना जाने क्या कर रहा है खेत में कुछ दिखता नहीं और ये ना जाने किस चीज की खेती कर रहा है. अगर मैं लोगों की बातों में आकर अपने लक्ष्य से भटक जाता, निराश हो जाता, परिश्रम करना छोड़ देता और इस खेत में कुछ और करने लगता तो आज तुम्हे ना तो बांस के ऐसे पेड़ दिखते और ना ही इतने सारे लोग जो कल तक मेरे पीछे मुझपे हँसते थे आज आकर मुझे शाबासी दे रहे होते.

तो पिता जी पिछले 3 महीने में ऐसा क्या हो गया जो पिछले 5 सालों में नहीं हो पाया ? लड़के के मुंह से अपने आप यह प्रश्न निकल गया. उसको समझाते हुए पिता ने उससे बोला बेटा हो तो पांच साल से ही रहा था, लेकिन मेरे अलावा किसी और को दिख नहीं रहा था. मेरा विश्वास, ज्ञान, परिश्रम और धैर्य यह सब पांच सालों में इस खेत के साथ थे, मै जमीन के नीचे होने वाले परिवर्तन को महसूस कर सकता था. बस प्रतीक्षा थी उस दिन की जब वह जमीन से बाहर निकलेगा और दुनिया को भी दिखाई देने लगे.

यह एक खास किस्म का बांस है जिसके बारे में मुझे कुछ साल पहले पता चला था. मैंने इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की तो यह बात पता चली की इसका पेड़ तैयार होने में 5-6 साल लगते हैं,  जिसमें शुरू के 4.5-5 साल तक जमीन के ऊपर कुछ दिखाई नहीं देता लेकिन अगले 45-50 दिनों में इसका पेड़ औसत 2 फुट प्रति दिन की दर से बढ़ते हुए लगभग 90-100 फुट लम्बा हो जाता है.

बेटा, यदि मैंने 2-3 साल में धैर्य छोड़ देता, अपने परिश्रम और ज्ञान पर विश्वास बनाये ना रखता तो मै भी आज तुम्हे यह दिखाने नहीं ला पाता. चाहता तो मै भी हर साल वाली फसल बाकी खेतों की तरह इस खेत में भी उगा सकता था. लेकिन मेरा उद्देश्य इस खेत में लम्बे समय में अधिक लाभ देने वाला कुछ काम करना था इसलिए मैं अपने पूरे समय अपने भरोसे पर कायम रहा, खेतों में परिश्रम करता रहा और परिणाम तुम्हारे सामने है.

बेटा, रात में मैंने समझ लिया था कि तुम्हारा भरोसा अपने काम पर थोडा कम हो गया है इसीलिए मैंने सुबह तुम्हे खेत में बुलाया कि जीवन में बड़ी सफलता प्राप्त करने के लिए धैर्य, दृढ संकल्प, परिश्रम और अपने और अपने काम पर विश्वास रखना अत्यंत आवश्यक है. कई बार ऐसा भी होता है जब आपको पता होता है कि परिणाम आपके अनुरूप होगा लेकिन उसमें इतना समय लगता है कि आप लक्ष्य से भटक जाते हैं. इन बातों को याद रखना जीवन में तुम्हे तुम्हारे अनुरूप सफलता मिलेगी.

वह लड़का अपने पिता की बात समझ गया था कुछ दिन बाद गाँव से शहर वह दुगने उत्साह और विश्वास के साथ गया और कुछ सालों बाद उसे अपने कारोबार में अच्छी सफलता प्राप्त हुई.

अब आप सोच रहे होंगे कि चीन के बांस के पेड़ की कहानी से SIP और हमारे इन्वेस्टमेंट्स का क्या सम्बन्ध है ? और आज इस कहानी को मै अपने ब्लॉग के माध्यम से क्यूँ शेयर कर रहा हूँ ?

वो इसलिए, क्यूंकि आज कुछ लोगों का भरोसा अपने इन्वेस्टमेंट्स और SIPs से कम हो रहा है. इक्विटी म्यूच्यूअल फंड्स और SIP के इनफ्लो में आ रही गिरावट उसका बता रहे हैं. जो लोग दो-तीन साल से SIP चला रहे हैं उन्हें अपेक्षित परिणाम (ग्रोथ) नहीं दिख रहे और जिस कारण वो थोडा निराश हो रहे हैं. तो आज उन्हें इसी चीन के बांस की कहानी से सबक लेना चाहिए SIP और इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड में रिटर्न या ग्रोथ लम्बे समय में मिलते हैं. शेयर मार्केट में उतार चढाव आते ही रहते हैं और ऐसा पहली बार नहीं हो रहा कि जब 2-3 साल की SIP या इक्विटी फण्ड में अपेक्षित ग्रोथ नहीं आये. लेकिन अपना भरोसा बनाये रखिये.

आपको एक बार फिर से मैं पुराने आंकड़ो के आधार पर समझाने का प्रयास करता हूँ कि SIP में लम्बे समय में  ग्रोथ चीन के बांस की तरह कैसे होती है और यह समझने का प्रयास करते हैं कि किसी भी समय मार्केट के उतार चढाव एवं देश दुनिया में हो रहे घटना क्रमों को क्यूँ आपको नजर अंदाज करना चाहिए. दोस्त बोले, मीडिया बोले, परिवार बोले लेकिन आपका भरोसा अपनी SIP के इन्वेस्टमेंट्स से नहीं कम होना चाहिये.

जैसे आज से 2-3 साल पहले किसी ने SIP शुरू की है, उसी तरह आज से लगभग 20 वर्ष पहले किसी ने यदि 3000 रुपये की SIP शुरू की तो उसकी SIP अलग समय अन्तराल पर उसे क्या अनुभव कराती रही.

दिनांक 1 जनवरी 1999 से 3000 की एक SIP शुरू होती है. इस SIP को हम हर 3 वर्ष के अन्तराल पर चेक करते हैं और देखते हैं कि क्या होता है ?

पहली बार, 31 दिसम्बर 2001 को जब उसकी वैल्यू देखी जाती है तो वो कुछ इस तरह से दिखाई देती है 


SIP- Jan 99-Dec 2001

कुल निवेश 1.08 लाख और 31 dec 2001 की वैल्यू सिर्फ 1.11 लाख रुपये. 3 साल में 2% का ग्रोथ सेविंग अकाउंट से भी बुरा. हो सकता है व्यक्ति का विश्वास डोल जाय, जैसा आज के समय कई लोगों के मन में चल रहा है. लेकिन यहीं पर अपनी SIP और इन्वेस्टमेंट प्लान बंद मत करने ...क्योंकि आगे कि कहानी में कई उतार चढाव हैं..

SIP- Jan 99-Dec 2004

अगले 3 साल में तो शाइनिंग इंडिया हो गया और इन्वेस्टर का भरोसा अपनी SIP और इन्वेस्टमेंट प्लान में फिर से बन गया, लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि 3 साल में इतनी ग्रोथ देख कर पैसे निकाल लेते. तो अगर यह भी विचार मन में आया तो आगे देखिये क्या होता है.

SIP- Jan 99-Dec 2007

SIP- Jan 99-Dec 2010

SIP- Jan 99-Dec 2013

SIP- Jan 99-Dec 2016

SIP- Jan 99-March 2019 

देखिये SIP का कमाल, 1999 से शुरू हुई एक छोटी सी बचत मार्च 2019 तक लगभग 60 लाख रूपये में बदल जाती है . पिछले 20 साल में दुनिया ने, भारत ने और शेयर मार्केट ने क्या -क्या नहीं देखा.. 2000 में Y2K से लेकर 2019 में ग्लोबल ट्रेड वॉर, ना जाने कितने इलेक्शन, मंदी-तेजी और  ना जाने कितने अच्छे बुरे घटना क्रम, लेकिन चीन के उस किसान की तरह जिस इन्वेस्टर ने धैर्य रखा हर छोटी बड़ी उतार चढाव में डटा रहा और सिर्फ अपने 20 साल के लक्ष्य पर ही निगाह रखी वो आज छोटी सी बचत से इतने पैसे इकठ्ठा कर लिया. और जो निवेशक प्रति दिन न्यूज़ पेपर पढ़ कर, डेली पोर्टफोलियो की वैल्यू चेक करके SIP बंद करता रहा और चालू करता रहा उसका कुछ खास नहीं हो पाया.

SIP के माध्यम से पैसे इकट्ठा होने में थोडा समय लगता है इसमें में ग्रोथ चीन के बांस के पेड़ की तरह ही होती है जो शुरू के कुछ सालों में तो आपको कुछ खास नहीं लगता लेकिन समय के साथ इसमें अद्भुत ग्रोथ होती है.

इसलिए आपसे आग्रह है यदि आपने SIP शुरू की है और उसमें अभी आपको ग्रोथ नहीं आ रही तो निराश ना होइये अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से बात करिए अगर कहीं फण्ड सिलेक्शन में गलती हुई है तो उस पर करेक्टिव एक्शन लीजिये, लेकिन अपने सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानि SIP को बंद मत करिये.

यदि आपने अभी तक SIP शुरू नहीं की है तो आज ही अपने सुरक्षित भविष्य के लिए, अपने बच्चों की उच्च शिक्षा एवं विवाह के लिए, अपने घर एवं गाड़ी के लिए और सबसे जरुरी अपने रिटायरमेंट के लिए SIP शुरू करिए. 

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