Wednesday, April 24, 2019

The 6 smartest things to do with your Yearly Bonus





अप्रैल का महीना आपके लिए यदि नौकरी में बोनस ले कर आ रहा है तो यह मौका खुशियाँ मनाने का है . एक नौकरी वाला आदमी इस समय का इंतजार पूरे  साल करता है. बोनस में मिले पैसे को खर्च करने के लिए उसके मन में बहुत सारी योजनायें होती है. हो सकता है आपके मन में भी ऐसे कई सारे प्लान हों बोनस को लेकर जैसे बच्चे के लिए बाइक लेनी है या पूरे परिवार के साथ बाहर घुमने जाना है या अपने कार का डाउन पेमेंट या कुछ महंगे गैजेट खरीदने या घर की थोड़ी मरम्मत करानी है या घर के लिए ने फर्नीचर या और आवश्यक चीजें खरीदनी है. ऐसे बहुत सारी प्लानिंग एक नौकरी पेशे वाले के मन में बोनस को लेकर होती है. 

अर्थज्ञान के माध्यम से आपको फाइनेंसियल मामलों में सही जानकारी देने का और आपको फाइनेंसियल लाइफ को सही दिशा देने के प्रयास की अगली कड़ी में आज हम बात करेंगे बोनस या अतिरिक्त लाभ के सही ढंग से उपयोग करने के बारे में.

जब भी कभी हमें एक रेगुलर कैश फ्लो जैसे सैलरी या रेगुलर प्रॉफिट के अतिरिक्त कुछ पैसे मिलते हैं वो चाहे बोनस के रूप में हों या अधिक लाभ के रूप में हों तो उसका उपयोग करने में अक्सर लोग कैजुअल हो जाते हैं क्यूंकि ये पैसे कई बार लोग अपनी अतिरिक्त आय के रूप में समझ लेते हैं इसलिए उसका उपयोग भी बहुत सोच समझ के नहीं करते और इस कारण वो पैसे अनावश्यक खर्चे में  चले जाते हैं जिनका उपयोग अगर  सही ढंग से करते तो वह उनकी फाइनेंसियल लाइफ को और अच्छा बना सकता था. तो आज हम समझते हैं की ऐसे समय में हमे कैसे संतुलन बनाना चाहिए जिस से की हम इन मौकों को एन्जॉय भी कर सकें और अपने फाइनेंसियल लाइफ  को और भी व्यवस्थित कर सकें.


1- अपने आप को गिफ्ट करें- 
सबसे पहले बोनस से ऐसी चीज अपने आप को या अपने परिवार को गिफ्ट करें जिसमें आप सभी को ख़ुशी मिलें. जैसे बाहर छुट्टी पर घूमने जाने के लिए या बच्चों की बाइक या कंप्यूटर या और किसी इंस्ट्रूमेंट में जैसे अगर आपको या आपके बच्चे को म्यूजिक का शौक है तो म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट या अपनी पत्नी या अपने पति के लिए ऐसा उपहार जो उनके दिल के करीब हो. लेकिन ध्यान यह रखें कि इन मदों में पूरे पैसे ना डाल दें, एक निश्चित राशि निर्धारित करें और सिर्फ उसी बजट में यह काम करें.

2- इमरजेंसी फण्ड बनायें-
फाइनेंसियल प्लानिंग करते हुए सबसे पहले इस बात पर ध्यान दिया जाता है कि आपके पास कम से कम 6 महीने के फिक्स्ड और रनिंग खर्च के बराबर की राशि का इमरजेंसी फण्ड होना चाहिए. क्यूंकि 6 महीने का खर्चा मतलब आपके 3-4 महीने की कमाई के बराबर की राशि जिसे  इकट्ठा होने में थोडा समय लगता है . इसलिए बोनस के पैसे से आप अपने इमरजेंसी फण्ड बना सकते हैं. इमरजेंसी फण्ड का उपयोग किसी को तभी समझ में आती है जब थोड़े समय के लिए उसकी नौकरी या बिज़नेस में समस्या आती है जैसे कोई मेडिकल प्रॉब्लम आ जाती है या किसी दुर्घटना में कुछ नुकसान हो जाता है या बिज़नेस में थोड़ी प्रॉब्लम आ जाय या नौकरी में कुछ समस्या हो जाय, ऐसे समय में इमरजेंसी फण्ड काम आता है. अक्सर देखा गया है जो लोग इमरजेंसी फण्ड नहीं रखते उन्हें कठिन परिस्थितियों में अपनी कुछ सम्पतियाँ मज़बूरी में कम कीमत में बेचनी पड़ जाती हैं. इसलिए इमरजेंसी फण्ड का होना सभी के लिए बहुत जरुरी होता है.

ध्यान रखें अपने इमरजेंसी फण्ड की राशि को दो हिस्सों में रखें 45 दिन के खर्च के बराबर की राशि सेविंग्स अकाउंट में और शेष राशि म्यूच्यूअल फण्ड की लिक्विड या अल्ट्रा शार्ट टर्म फण्ड में. ऐसा इसलिए कि ये ऐसे निवेश के विकल्प हैं जहाँ से पैसे बहुत आसानी से निकाले जा सकते हैं और इनमे किसी तरह के नुकसान की संभावना नहीं होती.

लिक्विड फण्ड के बारे में जानकारी के लिए लिंक पर  क्लिक करें  http://arthagyanindia.blogspot.in/2016/04/liquid-funds.html


3- लोन का बोझ कम करने में -
बोनस या अतिरिक्त लाभ के पैसे का उपयोग आप अपने लोन को चुकाने में कर सकते हैं और यह खास कर ऐसे में और जरुरी हो जाता है जब लोन पर अधिक दर से ब्याज से दिया जा रहा हो और वहीँ नए निवेश पर रिटर्न या ब्याज की दर कम हो. ऐसा अक्सर देखा गया है कि लोग लोन पर 10% की दर से ब्याज चूका रहे होते हैं और अपने पैसे को ऐसी जगह निवेश कर रखे होते हैं जहाँ से उन्हें 7-8 का ब्याज या रिटर्न मिल रहा होता है.
अगर आप अपने बोनस का उपयोग लोन को चुकाने में करते हैं तो आपके ऊपर से EMI का बोझ को कम होता है. 

4-  अपने परिवार की आर्थिक सुरक्षा में
कमाई करने वाले व्यक्ति की असमय मृत्यु पूरे परिवार को दूसरों के ऊपर आश्रित बना सकती है इसलिए  परिवार को आर्थिक सुरक्षा के लिए टर्म इंश्योरेंस पालिसी अत्यंत आवश्यक है . किसी व्यक्ति का इंश्योरेंस कवर या सुरक्षा कवर उसकी कमाई, उसके खर्चे, उसके दायित्वों और उम्र में होने वाले बदलाव से बढ़ता है, लाइफ इंश्योरेंस व्यक्ति की कमाई का कम से कम 10 गुना होना चाहिये. 
बोनस का उपयोग परिवार की आर्थिक सुरक्षा के लिए टर्म प्लान खरीदने में करना समझदारी भरा फैसला है.

लाइफ इंश्योरेंस की जरूरत समझने के लिए पढ़ें-

5- क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन से छुटकारा-
अपने बोनस का उपयोग लम्बे समय से चले आ रहे क्रेडिट कार्ड पर बकाया बिल या पर्सनल लोन को चुकाने में करें. क्यूंकि यह ऐसे लोन होते हैं जहाँ पर ब्याज दर काफी ज्यादा होती हैं और इनके रीपेमेंट में कोई गड़बड़ आपके भविष्य में पड़ने वाली जरूरतों के ऊपर भारी पड सकती हैं और साथ में  इससे आपका क्रेडिट स्कोर गड़बड़ होता है. इसलिए समय रहते इस तरह के लोन से छुटकारा पाने में ही समझदारी होगी.

6- फाइनेंसियल गोल्स को रिसेट करने में-
आपके इन्वेस्टमेंट का आधार हमेशा आपके फाइनेंसियल गोल्स होने चाहिए मतलब कोई भी इन्वेस्टमेंट करने से पहले आपको उस इन्वेस्टमेंट का उद्देश्य या लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए.ऐसे में जब आपको बोनस या प्रॉफिट के रूप में कुछ सरप्लस फण्ड मिलते हैं तो अपने निवेश की जरूरतों को एक बार फिर से देखना चाहिए. हो सकता है आप बोनस के पैसे निवेश कर के अपने फाइनेंसियल गोल्स को समय से पहले प्राप्त कर सकें या अपने फाइनेंसियल गोल्स को पाने में आपको कम प्रयास करना पड़े. जब भी कभी एक मुश्त सरप्लस फण्ड आयें उनका उपयोग लम्बे समय में  वेल्थ क्रिएट करने में जरुर करिये. 


इस प्रकार से आप संतुलित तरीके से बोनस का उपयोग  कर के अपने तरक्की की राह पर आगे बढ़ सकते हैं. हो सकता है आपको अपनी बोनस की राशि कम लग रही हो या आप अपने बोनस से खुश ना हों, लेकिन आप छोटी बोनस राशि का भी सही उपयोग करके अपने लिए कुछ अच्छा कर सकते हैं.
https://www.youtube.com/watch?v=ZKC01iQrPAU

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