Wednesday, March 22, 2017

PPF..... टैक्स सेविंग का सबसे सुरक्षित तरीका



वैसे तो PPF (पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड) की शुरुआत 1968 में PPF एक्ट 1968 के अन्तर्गत भारत सरकार ने मूलतः सेल्फ एम्प्लोयेड और असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे लोगो की रिटायरमेंट सिक्योरिटी को ध्यान में रख कर शुरू किया था. लेकिन अपनी टैक्स बचाने के साथ-साथ टैक्स फ्री इंटरेस्ट देने की खूबी ने  धीरे-धीरे PPF को टैक्स सेविंग की सबसे पसंदीदा स्कीम बना दी.आज समय ऐसा है कि PPF में निवेश लोग अपने आप करते हैं इसके लिए ना तो कोई मीडिया में  पब्लिसिटी होती है ना कोई मध्यस्थत के माध्यम से वितरण, इसके बावजूद भी ज्यादातर लोग PPF को टैक्स सेविंग के लिए सबसे ज्यादा प्राथमिकता देते हैं और निवेश करते हैं.

हालाकि पिछले 5-6 सालों से इन्वेस्टमेंट के  विशेषज्ञ PPF को म्यूच्यूअल फण्ड की टैक्स सेविंग योजना के बाद दूसरी सबसे अच्छी टैक्स सेविंग योजना मानने लगे हैं. लेकिन म्यूच्यूअल फण्ड की टैक्स सेविंग योजना के बारे में ना तो अभी बहुत ज्यादा जागरूकता है और ना ही उसकी पहुँच PPF की तरह देश के छोटे-बड़े सभी जगहों पर है.

फ़िलहाल आज हम PPF के बारे में बात कर रहे हैं और मेरी पूरी कोशिश होगी कि इस ब्लॉग के माध्यम से ना केवल आपको PPF के बारे में हर छोटी बड़ी बाते बताऊँ जो एक समझदार निवेशक को जानना चाहिए बल्कि वो भ्रांतियां भी दूर करूँ जो किसी  कारण एक निवेशक की तरह आपको PPF के बारे में है. तो ध्यान से पढ़िए इस ब्लॉग को.

पहले समझते हैं PPF को एक निवेश के माध्यम की तरह, फिर बात करेंगे PPF कैसे खोले, कहाँ खोले, कैसे मिलते हैं इस पर ब्याज और उसके बाद बात करेंगे PPF से पैसे निकालने के तरीकों के बारे में और सब से अंत में PPF के बारे में कुछ ऐसी बातें जो बहुत कम लोग जानते हैं.


PPF एक टैक्स सेविंग योजना है जिसमे निवेश करके आप इनकम टैक्स की धारा 80C के अन्तर्गत 1.5 लाख रुपये तक की छूट ले सकते हैं. 

पैसे की सुरक्षा
PPF क्यूंकि भारत सरकार की योजना है इसलिए इसमें आपका पैसा पूर्णतया सुरक्षित रहता है क्यूंकि यहाँ आपसे पैसे भारत सरकार एक तरह से ऋण के रूप में ले रही  है.  इसलिए PPF को टैक्स बचाने का सबसे सुरक्षित निवेश माध्यम माना जाता है.

ब्याज दर
PPF में ब्याज दर एक निर्धारित समय के लिए निश्चित होता है और इसमें बदलाव अब हर तिमाही पर होता है. यह ब्याज दर अब सरकारी प्रतिभूतियों (GSec) पर चल रही ब्याज दर के आधार पर निर्धारित होने लगी है और नियमतः PPF की दर 10 साल के सरकारी प्रतिभूति की पर मिलने वाले ब्याज से केवल 0.25% ज्यादा हो सकती है. लेकिन यह अभी नियम अभी पूरी तरह से सरकार लागू नहीं कर पाई है. इस तिमाही में PPF की ब्याज दर 8.1% निश्चित की गई है. PPF पर एक समय 12% का ब्याज मिलता था वह घट कर आज लगभग 8% आ गया है और आने वाले समय में यह और भी नीचे जा सकता है. नियमों के हिसाब से इस तिमाही में PPF पर ब्याज दर 7.25% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए थी.

टैक्स
PPF में पैसे जमा करने  पर टैक्स में छूट मिलती है, PPF पर मिलना वाला ब्याज टैक्स फ्री होता है, PPF से जब पैसे निकालते हैं तब भी कोई टैक्स नहीं देना पड़ता. इस तरह से यह एक ऐसा टैक्स सेविंग का तरीका है जहाँ पर टैक्स के मामले में फायदा ही फायदा है.

परिपक्वता
PPF में पूर्ण परिपक्वता (Maturity) 15 साल के बाद होती है. लेकिन 5 वर्षों के बाद आप आंशिक निकासी कर सकते हैं.

कहाँ खोल सकते हैं PPF अकाउंट
PPF अकाउंट खोलने और उसमे निवेश करने के लिए  के लिए आपको किसी पोस्ट ऑफिस, सरकारी या सरकार द्वारा अधिकृत प्राइवेट बैंक जैसे आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक की किसी भी शाखा से संपर्क कर सकते हैं .

कौन कर सकता है PPF में निवेश
कोई भी रेजिडेंट इंडियन जिसकी उम्र १८ वर्ष की है वो PPF अकाउंट खोल सकता है और उसमे हर साल 1.5 लाख रुपये का निवेश कर सकता है.
18 वर्ष से कम उम्र के माइनर के नाम पर भी अकाउंट खोला जा सकता है और निवेश किया जा सकता है लेकिन गार्डियन और माइनर दोनो के अकाउंट को मिला के साल भर में निवेश केवल 1.5 रुपये तक का ही किया जा सकता है
कोई भी NRI या फॉरेन नेशनल PPF अकाउंट नहीं खोल सकता लेकिन अगर NRI स्टेटस में आने से पहले किसी ने अकाउंट खोल दिया है तो वो 15 साल तक (maturity) तक इस अकाउंट को चला सकते हैं . 15 साल पूरा होने पर अकाउंट को बंद करना होगा.
2005 से पहले हिन्दू अविभाजित परिवार (HUF) को PPF अकाउंट खोलने की छूट थी जो की अब नहीं है.

कितना निवेश कर सकते हैं PPF में 
क्यूंकि PPF अकाउंट लांच करने का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों को सेविंग करने के लिए बढ़ावा देना था इसीलिए इस अकाउंट को सिर्फ 100 रुपये से शुरू किया जा सकता है. लेकिन साल भर में कम से कम PPF अकाउंट में 500 रुपये का निवेश करना होता है और अधिकतम 1.5 लाख रुपये PPF अकाउंट में एक साल में जमा किये जा सकते हैं.

कब तक चला सकते हैं PPF अकाउंट
इस बात को लेकर सबसे ज्यादा भ्रम लोगों में रहता है , अक्सर लोगों को यह लगता है कि PPF अकाउंट 15 साल बाद बंद करना ही होता है. लेकिन PPF अकाउंट आप 15 साल के बाद भी चला सकते हैं बस आपको इसे आगे चालू रखने के लिए एक प्रार्थना पत्र (Form H) देना होता है. याद रखिये यह फॉर्म H, 15 साल की अवधि पूरी होने के 1 साल के अन्दर जमा करना होता है. उदाहरण के लिए अगर 1 अप्रैल 2017 को PPF अकाउंट की अवधि  15 साल पूरी हो रही है तो 31 मार्च 2018 तक फॉर्म H जमा करना होगा. यह प्रक्रिया हर 5 साल की अवधि पूरा होने पर आप कर सकते हैं. तो इस प्रकार से PPF अकाउंट जब तक भी चाहें तब तक चालू रख सकते हैं.

साल 2016 से PPF अकाउंट को 5 साल के बाद बंद करने की भी छूट दे दी गई है लेकिन यह केवल दो परिस्थितयों में संभव यदि अकाउंट होल्डर या उसके परिवार के सदस्यों के जानलेवा बीमारी के इलाज के लिए पैसे की आवश्यकता हो या उच्च शिक्षा के लिए पैसों की आवश्यकता हो.
  

PPF अकाउंट में नॉमिनेशन 
किसी भी इन्वेस्टमेंट में नॉमिनेशन करना बहुत जरुरी होता है इसलिए PPF अकाउंट में भी नॉमिनेशन जरुर करना चाहिए. PPF अकाउंट में आप एक से ज्यादा नॉमिनी बना सकते हैं और नॉमिनेशन आप किसी भी समय बदल भी सकते हैं.


PPF अकाउंट पर ब्याज कैसे मिलता है
PPF अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज और उसकी गणना कैसे होती है इसको लेकर अक्सर लोग भ्रमित रहते है.आमतौर पर लोग यह समझते हैं की  PPF अकाउंट में पैसे जमा करते समय जो ब्याज दर चल रही है वही ब्याज दर पर ब्याज उन्हें पूरी अवधि तक मिलती  रहेगी. लेकिन वास्तव् में यह एक भ्रान्ति है.
PPF में ब्याज दर हर साल बदलती रहती है और अब तो इसे हर तीसरे महीने पर भी बदला जा सकता है. PPF पर ब्याज की गणना महीने के हिसाब से होती है. PPF अकाउंट में हर महीने के 5 तारीख से और महीने के आखिरी दिन के बीच में जो न्यूनतम राशि होती है उस पर ब्याज की गणना की जाती है . PPF ब्याज की गणना तो हर महीने होती है लेकिन यह ब्याज PPF अकाउंट में साल के अंत में ही दिखाई पड़ता है.

7-8 साल के बाद PPF पर मिलने वाला ब्याज लोगों को अक्सर आश्चर्य चकित करता है क्यूंकि समय के साथ चक्र्व्रिधि ब्याज (Compounding Interst ) की ताकत इसके लिए काम करने लगती है और इसलिए 7-8 साल के बाद जब अकाउंट में ब्याज क्रेडिट होता है तो वह उस साल जमा की गई राशि से ज्यादा होती है  जो अक्सर लोगों को आश्चर्य करती है.

चक्र्व्रिधि ब्याज यानि पैसे बनाने की मशीन ...पढ़िए इसके जादू के बारे में..
http://arthagyanindia.blogspot.in/2016/06/blog-post.html

PPF पर लोन 
PPF अकाउंट का एक फायदा यह भी होता है कि आप छोटी अवधि के लिए अपने PPF अकाउंट पर लोन भी ले सकते हैं. यह लोन अधिकतम 36 महीने के लिए होता है और इस पर ब्याज की दर PPF अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज से 2% ज्यादा होती है लेकिन अगर लोन का ब्याज  के साथ रीपेमेंट समय से नहीं होता तो यह ब्याज 6% ज्याद लगने लगती है. PPF अकाउंट पर लोन सिर्फ 1  वित्तीय वर्ष के बाद ही लिया जा  सकता है और लोन की राशि समाप्त हुए वित् वर्ष के अंत में शेष राशि का 25% ही हो सकता है . ध्यान रखे PPF अकाउंट पर लोन की सुविधा अकाउंट खोलने के 5 वित् वर्ष तक ही मिलती है.

PPF अकाउंट से पैसे की निकासी
PPF अकाउंट से आप 5 वित् वर्ष पूरे होने के बाद पैसे आंशिक रूप से निकाल सकते हैं लेकिन यह राशि पिछले वित् वर्ष की समाप्ति पर अकाउंट में उपलब्ध राशि का सिर्फ 50% हो सकता है. 15 साल पूरे होने के बाद अगर आप अपना अकाउंट अगले 5 साल के लिए बढ़ाते हैं तो आंशिक निकासी की सीमा बढ़ कर 60% हो जाती है.

PPF सबसे सुरक्षित और अच्छा रिटर्न देने वाला टैक्स सेविंग प्रोडक्ट है. इस पर मिलने वाला ब्याज भी टैक्स फ्री होता है. ELSS को छोड़ कर कोई और टैक्स सेविंग प्रोडक्ट इसके सामने ठहर नहीं पाते. अगर आप ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें टैक्स सेविंग करनी है लेकिन वो जरा सा भी रिस्क अपने इन्वेस्टमेंट्स के साथ नहीं लेना चाहते तो PPF से बेहतर आप्शन आपके लिए कोई नहीं.

टैक्स बचाने का सबसे अच्छा विकल्प क्या है जानने के लिए पढ़ें.
http://arthagyanindia.blogspot.in/2016/03/wealth-creation.html

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